Rakesh Dubey | Mumbai
अपने धंधे को चमकाने के लिए डायमंड कंपनियां कोटा, बड़ौदा, रायपुर, इंदौर, नागपुर, औरंगाबाद, जोधपुर, राजकोट, लखनऊ और नोएड़ा, गुड़गांव, फरीदाबाद जैसे शहरों के लोगों में खास अभियान शुरू कर रही हैं। बीते लंबे समय से कमाई में लगातार कमजोर पड़ रही डायमंड ज्वेलरी की बड़ी कंपनियों ने अब अपना सारा ध्यान ग्रेड वन सिटी से हटाकर बी ग्रेड़ सिटी पर लगा दिया है। गोल्ड का धंधा भले ही थोड़ा मंदा है, लेकिन उसके मुकाबले डायमंड का धंधा तो बीते कुछ सालों से बिल्कुल ही मंदा है। इसी कारण भारतीय डायमंड उद्योग एक बार फिर से चमकने की उम्मीद में नए बाजार तलाश रहा है। देश में डायमंड ज्वेलरी के निर्माताओं ने नए बाजार तलाशने शुरू क्या किए, डायमंड बाजार के व्यापारियों के चेहरों की चमक फिर से लौटने लगी है। बाजार में ज्वेलरी की सेल के ट्रेंड को देखते हुए डायमंड ज्वेलरी की सेल बढ़ाने के लिए इस बार ज्वेलर्स के निशाने पर रायपुर, इंदौर, नागपुर, कोटा, चंडीगढ़, राजकोट, फरीदाबाद, नोएडा आदि जैसे छोटे और मझोले शहर हैं, जहां ब्रांडेड कंपनियां अपनी सेल बढ़ाने के लिए लोगों को लुभाने के लिए जोशदार अभियान शुरू करनेवाली हैं। शादियों के सीजन को भुनाने के लिए इन कंपनियों ने कमर कस ली है।
शादियों के सीजन, यानी मई – जून और दीपावली के आसपास तक देश भर में डायमंड ज्वेलरी की सेल बढ़ेगी, क्योंकि डायमंड की ब्रांडेड ज्वेलरी की कई कंपनियों ने देश भर में अपनी सेल बढ़ाने के लिए मार्केटिंग की खास रणनीति तैयार की है। ब्रांडेड ज्वेलरी की रिटेल कंपनियां शादियों के मौजूदा सीजन में अधिक डायमंड ज्वेलरी को प्रमोट करेंगी। बाजार के जानकारों का मानना है कि गोल्ड के रेट्स में लगातार कम होते मार्जिन के कारण ज्वेलर अधिक से अधिक डायमंड ज्वेलरी बेचने की कोशिश करेंगे, क्योंकि इस पर अच्छा मार्जिन है। डायमंड ज्वेलरी में जहां मार्जिन 15 से 25 पर्सेंट के बीच है, वहीं प्लेन गोल्ड ज्वेलरी में यह सिर्फ 4 से 10 पर्सेंट के भीतर ही है। साफ लग रहा है कि गोल्ड अब और ज्यादा सस्ता नहीं होगा। और डायमंड के मामले में एक सबसे बड़ी सच्चाई है कि पिछले कुछ सालों में डायमंड की ज्यादा बिक्री छोटे शहरों में बहुत तेजी से बढ़ रही है। आगे चलकर इन मध्यम श्रेणी के शहरों सहित कस्बों में भी इसकी मांग बढ़ सकती है। क्योंकि डायमंड ज्वेलरी की ज्यादातर ब्रांडेड कंपनियां अपनी सेल बढ़ाने के लिए रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, बड़ौदा, राजकोट, भावनगर, इंदौर, भोपाल, उज्जैन, नागपुर, औरंगाबाद, अहमदनगर, लुधियाना, पठानकोट, चंडीगढ़, नोएड़ा, फरीदाबाद जैसे शहरों में खास तैयारियां कर रही हैं। इन कंपनियों के निशाने पर ये शहर हैं, जहां आनेवाले दिनों में डायमंड की सेल निश्चित रूप से कुछ ज्यादा देखने को मिल सकती है।
दरअसल, पॉलिश्ड डायमंड की कीमतें कम हो जाने और रफ डायमंड के दाम बढ़ने के चलते उनके लिए बिजनस घाटे का सौदा बन गया था। इसके साथ ही पिछले साल इंटरनेशनल मार्केट से भी भारतीय डायमंड इंडस्ट्री को अपेक्षाकृत डिमांड सपोर्ट नहीं मिला था। हालांकि अब सबसे खुशी की बात यह है कि अमेरिका जैसे बाजारों में भारतीय डायमंड की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। इसलिए यह साल भारतीय डायमंड इंडस्ट्री के लिए अच्छा जाने के आसार हैं। ज्वेलर्स का कहना है कि छोटे और मझोले शहरों में डायमंड शो रूम खुलने और गोल्ड ज्वेलरी शो रूम में डायमंड ज्वेलरी के बिकने को प्रमोट करने से कुल मिलाकर गोल्ड की बिक्री बढ़ेगीय़ क्योंकि आखिर डायमंड गोल्ड में ही जड़ा जाता है। इससे गोल्ड ज्वेलरी की सेल भी सीधे तौर पर बढ़ सकती है।