आईआईजेएस को भीरतीय ज्वेलरी बिजनेस की रीढ़ कहा जाता है। इसकी वजह से हर साल ज्वेलरी बिजनेस को बड़ी ग्रोथ मिलती रही है। आईआईजेएस की आयोजक द जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल को उम्मीद है कि आने वाले सालों में भी उसके सभी शो हर साल की तरह सफल होंगे। जीजेईपीसी हर साल दो इंटरनेशनल ज्वेलरी शो (आईआईजेएस) के आयोजन करती है। यह शो भारतीय जेम एंड ज्वेलरी इंडस्ट्री के विभिन्न पहलुओं खासकर उनके बिजनेस में ग्रोथ और आर्थिक विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट व्यापार अवसर की संभावनाओं के विकास का सबसे बड़ा आयोजन होता है। जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (जीजेईपीसी) की स्थापना 1966 में हुई। इसका उद्देश्य ज्वेलरी इंडस्ट्री को विकास की ओर ले जाना था। भारत के आर्थिक विकास में आज इसका महत्वपूर्ण योगदान है और पूरे देश में इसके 6000 से अधिक सदस्य हैं। ज्वेलरी बाजार की हालत खराब है। ग्राहकी बिल्कुल नहीं है। फिर भी आईआईजेएस की आयोजक संस्था जीजेइपीसी का दावा है कि इंडस्ट्री के प्रोफेशनल्स और रिटेलरों के लिए यह शो एक अन्य प्रोडक्टिव सोर्सिंग एडीशन है। इस शो में अनेक सूचनात्मक कार्यों जैसे जानकारीपूर्ण शिक्षण सेमिनार, नेटवर्किंग इवेंट्स और कंट्री पेवेलियन हैं। आईआईजेएस साल दर साल सफलता के पथ पर अग्रसर है। हर साल शो में दो हजार से अधिक एक्जीबीटरों दो हजार से अधिक स्टॉल्स होते हैं तथा इसमें हर साल नए बूथ्स और नए एक्जीबीटर जुड़ते् रहते हैं।। स्टडेड ज्वेलरी का काम करने वाली क कंपनियों, प्लेन गोल्ड ज्वेलरी में कार्य करने वाली कंपनियों और लूज स्टोन्स का व्यापार करने वाली कंपनियों सहित इस शो में ज्वेलरी बिजनेस से डुड़े लोग हिस्सा लेते है। हर साल पुराने एक्जीबीटरों की जगहों के साथ जीजेईपीसी ने इस बार एक्जबीटरों में 25 प्रतिशत और बूथ्स में 15 प्रतिशत ग्रोथ की संभावना रहती है।
इंटरनेशनल लेवल पर भी ज्वेलरी मार्केट में जीजेईपीसी इस शो को लेकर बहुत उत्साहित रहीहै। जीजेईपीसी ज्वेलरी इंडस्ट्री और ट्रेड की डिमांड के हिसाब से इस बार के शो में नए बदलाव लेकर आया है। इस बदलाव की इसकी लंबे समय से मांग की जा रही है। संरचनात्मक संशोधन और विस्तार के साथ अब इस शो में हर साल कई नई कंपनियों को समायोजित किया जाता हैं। जीजेईपीसी का कहना है कि वह प्रत्येक वर्ष की तरह जीजेईपीसी अपने इस एशिया के सबसे बड़े व्यापार शो आईआईजेएस 2015 के माध्यम से जेम्स और ज्वैलरी को प्रमोट करने का अपना प्रयास जारी रखेगी। चूंकि आईआईजेएस ज्वेलरी के मामले में एशिया का सबसे बड़ा शो है और वे इसकी पोजिशन को बनाए रखेंगे। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आनेवाले समय में किसी भी तरह की तेजी होने के बाद भी यह शो लगातार सफल होगा। वैसे, आयोजकों को सिर्फ आयोजन से मतलब है। बाहर से आए हर विजिटर को किसी भी तरह की परेशानी न होनी चाहिए। इसके लिए आयोजकों ने हर प्रयास करते हैं। जीजेईपीसी के लिए आईआईजेएस 2015 का सबसे महत्वपूर्ण फीचर है, हर साल इसके प्रदर्शकों की संख्या में 25 प्रतिशत और बूथों की संख्या में 11 प्रतिशत की वृद्धि होना तय रहा है। इस शो की अहमियतता को देखते हुए हम इसमें सभी अग्रणी नेशनल और इंटरनेशनल क्रेताओं को आकर्षित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। शो के जारी रहने के घंटे बढ़ा देने से कारोबार में 10 प्रतिशत के इजाफे के टारगेट को पूरा किया जा चुका है जेम्स एंड ज्वेलरी इंडस्ट्री के प्रासंगिक ग्राहकों पर विशेष जोर दिया जा रहा हैं। चूंकि ज्वेलरी इंडस्ट्री इस बार कुछ कठिन दौर से गुजर रहा है, फिर भी उम्मीद की जा रही है कि आईआईजेएस से नए बिजनेस में ग्रोथ आएगी।