IIJS Premier- 2025: द जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल द्वारा आयोजित ज्वेलरी शो, आइआइजेएस प्रीमियर 2025 का उद्घाटन महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर द्वारा किया गया। यह जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) द्वारा आयोजित किया गया है। उद्घाटन समारोह में महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर उपस्थित प्रमुख व्यक्तियो में किरीट भंसाली, अध्यक्ष, जीजेईपीसी के अध्यक्ष किरीट भंसाली, उपाध्यक्ष शौनक पारिख, जीजेईपीसी के नेशनल एग्जिबिशन कॉर्डिनेटर नीरव भंसाली, जीजेईपीसी के कार्यकारी निदेशक सब्यसाची रे, जीजेईपीसी की प्रशासन समिति के सदस्यगण सहित सम्मानित अतिथियों में ALROSA के सीईओ पावेल मैरिनिचेव, द टाइटन कंपनी लिमिटेड के ज्वेलरी डिविजन के सीईओ अजय चावला विशेष रूप से उपस्थात रहे। यह आइआइजेएस ज्वेलरी शो (IIJS) एक बार फिर मुंबई में दो प्रमुख स्थानों पर आयोजित हो रहा है। ये आइआइजेएस ज्वेलरी शो का 41वां आयोजन है। मुंबई में 30 जुलाई से 3 अगस्त 2025 तक बीकेसी स्थित जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में और गोरेगांव स्थित नेस्को के नाम से मशहूर बॉम्बे एग्जिबिशन सेंटर में 31 जुलाई से 4 अगस्त तक चलेगा। देश भर से लगभग 50 हजार ज्लवेर इसमें हिस्सा लेने पहुंचे हैं।
जीजेईपीसी के इस शो का दुनिया भर के लिए क्या महत्व?
जीजेईपीसी का आईआईजेएस प्रीमियर शो भारत और वैश्विक रत्न एवं आभूषण उद्योग के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है।। यह शो “ब्रिलियंट भारत” की थीम पर आधारित है और अरबों डॉलर के निर्यात व्यवसाय को लक्षित कर रहा है। यह हाल ही में संपन्न भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते और बहुप्रतीक्षित भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते जैसी कई नीतिगत पहलों को बढ़ावा देता है। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बी2बी रत्न और आभूषण व्यापार प्रदर्शनी है, जो भारतीय आभूषण निर्माताओं, थोक विक्रेताओं, खुदरा विक्रेताओं और डिजाइनरों के साथ-साथ दुनिया भर के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है।आईआईजेएस एक मजबूत मंच प्रदान करता है, जो 15 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों और 3,000 अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों के साथ कनेक्शन बनाने की सुविधा प्रदान करता है। यह भारतीय रत्न और आभूषण बाजार के विकास में सहायक रहा है, भारतीय उद्यमिता और नीतिगत प्रोत्साहन ने एक जीवंत रत्न और आभूषण क्षेत्र बनाने और साझा करने में मदद की है। इसमें हीरा, रत्न और जड़े हुए आभूषण, सोना और सोने के सीजेड आभूषण, लैब-ग्रोन हीरे, हाई-एंड हाउते कॉउचर आभूषण, चांदी के आभूषण और कलाकृतियां, रंगीन रत्न और मशीनरी, प्रौद्योगिकी और संबद्ध उद्योगों सहित उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की जाती है। यह भारतीय रत्न एवं आभूषण व्यापार में भारत के बढ़ते प्रभाव का प्रमाण है और अगले तिमाही में ₹70,000 करोड़ का व्यापार होने की उम्मीद है।

ज्वेलर्स की सहभागिता, दुनिया भर से ज्वेलर्स आ रहे हैं
आईआईजेएस प्रीमियर 2025 में 2,100 से अधिक प्रदर्शक और 3,600 से अधिक स्टॉल हैं। अनुमानित 2500 से अधिक प्रदर्शक और 3500 से अधिक बूथों के साथ, यह दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा व्यापक बी2बी रत्न और आभूषण प्रदर्शनी है। 1,300 से अधिक भारतीय शहरों से 50,000 से अधिक आगंतुकों और 80 से अधिक देशों से 3,000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के आकर्षित होने की उम्मीद है। इसमें भारत के विभिन्न शहरों के साथ-साथ 80 से अधिक देशों के अंतरराष्ट्रीय खरीदार शामिल होंगे। पिछले संस्करणों में यूएई, जापान, नेपाल, यूनाइटेड किंगडम, श्रीलंका, उजबेकिस्तान, ईरान, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया, रूस, सऊदी अरब और तुर्की से प्रतिष्ठित प्रतिनिधिमंडलों ने भाग लिया था। इस वर्ष 15 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडलों की मेजबानी की जाएगी।
आइआइजेएस से कितना बिजनेस होने की संभावना?
आईआईजेएस प्रीमियर 2025 का लक्ष्य अगले तिमाही में 70 हजार करोड़ (लगभग 8.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर) का व्यवसाय उत्पन्न करना है। यह भारत के वैश्विक रत्न और आभूषण व्यापार में बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।आइआइजेएस प्रीमियर ज्वेलरी शो भारत की सबसे प्रमुख ज्वेलरी एग्जिबिशन है, जो विभिन्न ज्वेलरी प्रोडक्ट्स की एग्जिबिशन के जरिए व्यापार के विकास में हर तरह से सहायक साबित हो रही है। आईआईजेएस ज्वेलरी एग्जिबिशन भारतीय ज्वेलरी उद्योग की सांस्कृतिक विविधता और आधुनिकता के मिश्रण को दर्शाता है, तथा यह स्थापित करता है कि भारतीय ज्वेलरी की दुनिया संसार के हर देश को लुभाती है। ज्वेलरी इंडस्ट्री के लिए आईआईजेएस प्रीमियर ज्वेलरी शो एग्जिबिशन का बहुत बड़ा महत्व है।